नमस्कार दोस्तों
भारतीय जनता में आक्रोश: चीनी वस्तुओं का बहिष्कार
दुष्टों से हाथ मिलाना क्यों
सांपों को दूध पिलाना क्यों
जो फूलों से ईर्ष्यालु हैं,उनके संग कमल खिलाना क्यों
लेना-देना बन्द करें अब सेना के हत्यारों से
देशप्रेम का महत्व जानें,भारत माँ के प्यारों से
रक्षाबंधन पर राखी भी जो चीन बनाकर देता क्यों
मृदुता के त्योहार को नमकीन बनाकर देता क्यों
भारत की आंखों पर सुई की नोक चलाते फिरते हैं
मानसिक गुलाम लोग टिक-टॅाक चलाते फिरते हैं
दुनिया से जंग जीतनी है तो आपस में मत हारो तुम
अंधानुकरण छोड़ो और यह चीनी चोला उतारो तुम
अमर रहे यह वतन हमारा,सबको शान से गाना है
तड़क-भड़क की होली जलाकर स्वदेशी अपनाना है
पत्थरबाजी आगे की तो हम भी समर जोड़ देंगे
दो टूक सुन ले तेरी आर्थिक कमर तोड़ देंगे
चीनी सामानों का अब करना है हमको बहिष्करण
मन से कचरा निकालकर करना है हमको परिष्करण
कफ़न रूप में पसन्द है हमको जाना तिरंगा वेश में
स्वदेशी से रह जाएगा देश का पैसा देश में
आस्तीन के सांप को अब अच्छा सबक सिखाना है
रक्षा के प्रयोजन से एकीकृत होकर दिखाना है