Thursday, 18 June 2020

लगता है खिसियानी बिल्ली पिटने को अभिलाषी है @India-China war hindi poems

नमस्कार दोस्तों
15-16 जून को सीमा पर  चीन के पीठ पीछे वार से वीरगति को प्राप्त हुए माँ भारती के सपूतों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि के साथ हमारे पड़ोसी की गद्दारी का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत है -


शेरों के साहस आगे चमगादड़ चाल रुकेगी नहीं
यह भारत माँ की सेना है सुन लें हर हाल झुकेगी नहीं
वीरता के क्षेत्र में हम दुनिया से विशेष हैं
मरना भी मंजूर है यह भगत सिंह का देश है
मेरा अंतर्मन रोता है जब यूँ वह सैनिक मरता है
रणभूमि में लड़े पड़ोसी गद्दारी क्यों करता है
पाक को उकसाने में ये अब तक शकुनि बना रहा
वीरों की शहादत पर ये अब भी दीवाली मना रहा
तेरी बर्बरता भारत से आगे वहन नहीं होगी
बदला पत्थर से लेंगे तेरी ईंटें सहन नहीं होंगी
चोर चोर मौसेरे भाई,घाटी में शोर मचाते हैं
सोए शेरों पर वार करके मन में मोर नचाते है
परमाणु धमकी से सुन ना डरते भारतवासी है
यूँ  लगता खिसियानी बिल्ली पिटने को अभिलाषी है
कोरोना पर खूब फ़ज़ीहत अमेरिका ने की तेरी
भारत ने सोचा शांति नामसमझी ही निकलीं मेरी
विकास का यह अहं तेरा चूर-चूर हो जाएगा
दुनिया के डंडों से कोरिया कोसों दूर हो जाएगा
खूब तरक्की कर ली तेरा विनाशकाल अब चालू है
कोरोना से बता दिया तू जीवन का ईर्ष्यालु है

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