नमस्कार blogger की दुनिया का अभिनंदन करता हूँ।
रक्त एक प्राकृतिक ईंधन है। जो मानव रूपी रथ को संचालित करता है। जिस दिन यह संजीवनी हड़ताल कर दे उसके बाद मानव देह कंकाल को छोड़कर बाकी कुछ भी नहीं है।
आज दुनिया में जनसंख्या वृद्धि, कुपोषण,आदि समस्याओं के कारण रक्त की महत्ती माँग हो रही है।
भारत प्राचीन समय से ही दाताओं की भूमि रही हैं। इसलिए आज हमें भी अपने पुरखों की इस गौरवशाली परंपरा को रक्त दान जैसे पुण्य कर्म के माध्यम से आगे बढ़ाना चाहिए। क्योंकि यदि आपके एक यूनिट रक्त से यदि किसी व्यक्ति की जीवन नौका डूबने से बच जाये तो आपके परोपकार का इससे शालीन परिचय क्या हो सकता है।
अतः रक्त दान हरेक युवा का कर्म और धर्म है बशर्ते कि वह रक्तदान करने के योग्य हो।
रक्तदान कराने में शिक्षा की भूमिका
शिक्षित व्यक्ति सेअंधविश्वास की बनावटी बेडियों से मुक्त होने की अपेक्षा की जा सकती है। कुछ लोगों की रक्तदान के बारे में मिथ्या धारणा है कि इससे व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर हो सकता है। लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। अतः हमें समाज के शिक्षित नागरिक होने के नाते जागरूकता लाने के
अथक प्रयास करने चाहिए।
" आओ हम एक घडे़ से जलपान करें
उठो जागो भामाशाहों हम रक्तदान करें"
Blogger की दुनिया का धन्यवाद
जय हिन्द जय भारत
रक्त एक प्राकृतिक ईंधन है। जो मानव रूपी रथ को संचालित करता है। जिस दिन यह संजीवनी हड़ताल कर दे उसके बाद मानव देह कंकाल को छोड़कर बाकी कुछ भी नहीं है।
आज दुनिया में जनसंख्या वृद्धि, कुपोषण,आदि समस्याओं के कारण रक्त की महत्ती माँग हो रही है।
भारत प्राचीन समय से ही दाताओं की भूमि रही हैं। इसलिए आज हमें भी अपने पुरखों की इस गौरवशाली परंपरा को रक्त दान जैसे पुण्य कर्म के माध्यम से आगे बढ़ाना चाहिए। क्योंकि यदि आपके एक यूनिट रक्त से यदि किसी व्यक्ति की जीवन नौका डूबने से बच जाये तो आपके परोपकार का इससे शालीन परिचय क्या हो सकता है।
अतः रक्त दान हरेक युवा का कर्म और धर्म है बशर्ते कि वह रक्तदान करने के योग्य हो।
रक्तदान कराने में शिक्षा की भूमिका
शिक्षित व्यक्ति सेअंधविश्वास की बनावटी बेडियों से मुक्त होने की अपेक्षा की जा सकती है। कुछ लोगों की रक्तदान के बारे में मिथ्या धारणा है कि इससे व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर हो सकता है। लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। अतः हमें समाज के शिक्षित नागरिक होने के नाते जागरूकता लाने के
अथक प्रयास करने चाहिए।
" आओ हम एक घडे़ से जलपान करें
उठो जागो भामाशाहों हम रक्तदान करें"
Blogger की दुनिया का धन्यवाद
जय हिन्द जय भारत
Good , I do agree with you.
ReplyDeleteThanks sir
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