Saturday, 21 October 2017

मेरे सपनों का शिक्षालय Part-1

मेरे सपनों का शिक्षालय मेरी एक कल्पना है जो इस ब्लॉग के माध्यम से प्रस्तुत है -
प्राशासनिक स्वरूप:-
यह एक प्रकार का आवासीय विद्यालय (Boarding School)होगा जिसका ध्यान विद्यार्थियों के वैयक्तिक तथा सामाजिक विकास को शामिल करते हुए सर्वांगीण विकास पर केंद्रित होगा। इसका प्रशासनिक स्वरूप सामान्य न होकर कुछ विशिष्ट होगा।
सर्वप्रथम इस शिक्षालय की कार्यालयिक भाषा वह भाषा होगी जिस भाषा को वहाँ के सभी कर्मचारियों तथा शिक्षार्थियों द्वारा सुगमता से समझा जा सके। इस शिक्षालय की पढ़ाई का माध्यम भी वही भाषा होगी। उस भाषा की शिक्षा विषय के रूप में उन्हें प्राथमिक स्तर से दी जाएगी।
'जीवन मार्गदर्शक' नाम से एक विशिष्ट पद होगा जिसका कार्य शिक्षार्थियों को जीवन में उचित मार्गदर्शन देकर उन्हें सही दिशा देना होगा। यह मार्गदर्शक मनोविज्ञान का विशेष ज्ञाता होगा।
जब विशेष संकाय को चुनने का समय आए, तो शिक्षार्थी इस पदाधिकारी के पास जाकर अपनी रुचि के अनुरूप संकाय चुनाव कर सके।
संकाय चुनाव के बाद संकाय के प्रत्येक विषय में तीन तरह के वर्ग बनेंगे। इस संकल्पना को एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं-
यदि हम भौतिक विज्ञान विषय के तीन वर्ग बनाएं, तो इस प्रकार बनाएँगे-
प्रथम वर्ग अर्थात् गहन अध्ययन मार्ग:- जो शिक्षार्थी भौतिक विज्ञानी बनने अथवा इस विषय में शोध में अपना जीवन लगाने के इच्छुक हों, वे इस वर्ग में स्थान ग्रहण करेंगे।
द्वितीय वर्ग अर्थात् मूलभूत अध्ययन मार्ग:- वे शिक्षार्थी जो विषय की मूलभूत स्तर की समझ रखकर आगे बढ़ने के इच्छुक हों, इस वर्ग में जाएंगे।
तृतीय वर्ग में वे विद्यार्थी जो पढ़ाई से इतर अपना जीवन समर्पित करना चाहते हों जैसे - खेल।
बाहरी ढाँचा :- इस शिक्षालय में सुंदर हरियाली युक्त पार्क होगा। जीव विज्ञान के विद्यार्थियों का एक प्रायोगिक कार्य सभी पौधों के Botanical और सामान्य नाम देना होगा। हर विषय हेतु पृथक कक्षा -कक्ष का प्रबंध होगा जिसमें उस विषय संबंधी आकर्षक पोस्टर, चार्ट आदि लगे होंगे जिससे विद्यार्थी का मन उस विषय को गहनता से पढ़ने का करे।

1 comment:

  1. hey!!!THIS is very VALUEABLE thing shared.I JUST WANNA THANKS!!!!

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