नमस्कार दोस्तों
उम्मीद है कि आप सभी स्वस्थ होंगे और अपने लक्ष्य की ओर निर्देशित और संतुलित रूप से बढ़ रहे होंगे, इसी क्रम में आपका सहयोग करने के लिए रीट भर्ती परीक्षा 2021 के पाठ्यक्रम में जोड़े गए नए महत्वपूर्ण प्रकरण सीखने के प्रतिफल पर आज हम एक शानदार लेख प्रस्तुत करने जा रहे हैं-
सीखने के प्रतिफल समझने से पूर्व निम्न महत्वपूर्ण परिवर्तन की ओर ध्यान केंद्रित करते हैं-
A) अधिगम:- अनुभव प्रशिक्षण के द्वारा व्यवहार में होने वाला अपेक्षाकृत स्थाई परिवर्तन अधिगम कहलाता है।
B) उद्देश्य/शैक्षिक उद्देश्य (एजुकेशनल ऑब्जेक्टिव्स) - संपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थी के व्यवहार में होने वाले अपेक्षित परिवर्तनों (expected changes) को शैक्षिक उद्देश्य कहा जाता है।
C) मूल्यांकन - "छात्र ने किन उद्देश्यों को किस सीमा तक प्राप्त किया है यह मूल्यांकन के द्वारा ज्ञात किया जाता है- डांडेकर महोदय"
D) अधिगम प्रतिफल -शैक्षणिक प्रक्रिया के अंत में विद्यार्थी द्वारा जिन उद्देश्यों को वास्तव में प्राप्त किया गया उनका गुणात्मक व मात्रात्मक विवरण ही अधिगम प्रतिफल कहलाता है।
उपरोक्त समस्त संप्रत्ययों समझने के लिए हम एक उदाहरण की कल्पना करते हैं-
मान लीजिए हमें किसी विद्यार्थी को गणित की आधारभूत संक्रियाएं जोड़,बाकी,गुणा,भाग सिखाना है तथा हम उसे सीखाने हैं के बाद यह पाते हैं कि उसे सिर्फ बाकी और जोड़ ही आता है तो उपरोक्त उदाहरण में बच्चे को आधारभूत संक्रियाएं सिखाना हमारा उद्देश्य था, उसका जोड़ और बाकी सीखना इससे उसके संज्ञानात्मक व्यवहार में स्थाई परिवर्तन हुआ यह अधिगम है, उसने क्या सीखा इसको निर्धारित करने की प्रक्रिया मूल्यांकन कहलाती है तथा मूल्यांकन के जो परिणाम प्राप्त हुए उन्हें अधिगम के प्रतिफल कहा जाता है।
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