HIV - AIDS
क्या होता है एचआईवी
एचआईवी का पूरा नाम ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस होता है यह रेट्रोवायरस श्रेणी का वायरस है।
क्या होता है एड्स
एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम होता है, अर्जित प्रतिरक्षा न्यूनता सिंड्रोम इसका हिंदी नाम है
- एचआईवी वायरस लंबी अवधि शरीर में बने रहने से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता जिसे विज्ञान की भाषा में प्रतिरक्षा कहा जाता है, कम हो जाती है इस स्थिति को एड्स कहा जाता है।
दरअसल एड्स अपने आप में कोई बीमारी नहीं होकर शरीर में बहुत सारी बीमारियों का एक साथ होना है।
एचआईवी संक्रमण के कारण
इसके 4 कारण होते हैं-
प्रथम-असुरक्षित यौन संबंध बनाने से
द्वितीय-संक्रमित सुई का प्रयोग करने से
तृतीय-एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति का रक्त स्वस्थ व्यक्ति को चढ़ाने से
चतुर्थ-मां के शरीर से अपरा(प्लेसेंटा) के माध्यम से बच्चे के शरीर में
HIV संक्रमण के लक्षण
उल्टी आना,शरीर पर चकत्ते होना ,कमजोरीमहसूस होना,सिर दर्द रहना इत्यादि
एचआईवी एकमात्र ऐसा संक्रमण है जो तभी फैलता है जब आप इसे चाहते हैं अर्थात् यदि हम जागरूक बने तो हम इस से बच सकते हैं क्योंकि यह हवा ,पानी, संपर्क से नहीं फैलता है।
इसलिए जागरूकता ही एचआईवी एड्स का इलाज है।
एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1097 टोल फ्री नंबर है जोकि उनको इस बारे में संबंधित प्रश्नों के जवाब देने का कार्य करता है।
और तो और इसमें संबंधित व्यक्ति की जानकारी भी गुप्त रखी जाती है।
एचआईवी पर इतना बवाल क्यों
दरअसल एचआईवी एड्स एक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दा था जिसे आज सामाजिक मुद्दा बना दिया है और कुछ रूढ़िवादी मानसिकताओं के कारण एचआईवी पीड़ित व्यक्तियों का समाज में जीवन निर्वहन करना मुश्किल हो गया है।
कुछ लोग समाज में अपनी आभासी प्रसिद्धि को बनाए रखने के लिए एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों का इलाज न करवाने में ही अपना सौभाग्य समझते हैं जो कि मानवता पर खतरे की घंटी बजा रहा है।
इसके अलावा समाज के तथाकथित समझदार लोग इस मुद्दे पर बात तक करने से कतराते हैं उन्हें लगता है कि यदि ऐसे मुद्दों पर चर्चा होने लग गई जो परिवार का माहौल बिगड़ जाएगा दरअसल आप ही सोचे किसी की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है या आभासी सम्मान
एचआईवी एड्स एक कलंक है जिसको समाज पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित करता जा रहा है तथा उसे हटाने का कोई नाम ही नहीं
हो सकता है कुछ नया सोचने की, नया करने की जरूरत है जागो भारत जागो,जागो युवा जागो
Join Red ribbon class to help HIV positive persons (my experiences after attending a national level meeting of national AIDS control organisationin in Delhi on20 अगस्त 2019)
जय हिंद जय भारत जय भारतीय वीर जय भारतीय सेना
क्या होता है एचआईवी
एचआईवी का पूरा नाम ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस होता है यह रेट्रोवायरस श्रेणी का वायरस है।
क्या होता है एड्स
एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम होता है, अर्जित प्रतिरक्षा न्यूनता सिंड्रोम इसका हिंदी नाम है
- एचआईवी वायरस लंबी अवधि शरीर में बने रहने से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता जिसे विज्ञान की भाषा में प्रतिरक्षा कहा जाता है, कम हो जाती है इस स्थिति को एड्स कहा जाता है।
दरअसल एड्स अपने आप में कोई बीमारी नहीं होकर शरीर में बहुत सारी बीमारियों का एक साथ होना है।
एचआईवी संक्रमण के कारण
इसके 4 कारण होते हैं-
प्रथम-असुरक्षित यौन संबंध बनाने से
द्वितीय-संक्रमित सुई का प्रयोग करने से
तृतीय-एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति का रक्त स्वस्थ व्यक्ति को चढ़ाने से
चतुर्थ-मां के शरीर से अपरा(प्लेसेंटा) के माध्यम से बच्चे के शरीर में
HIV संक्रमण के लक्षण
उल्टी आना,शरीर पर चकत्ते होना ,कमजोरीमहसूस होना,सिर दर्द रहना इत्यादि
एचआईवी एकमात्र ऐसा संक्रमण है जो तभी फैलता है जब आप इसे चाहते हैं अर्थात् यदि हम जागरूक बने तो हम इस से बच सकते हैं क्योंकि यह हवा ,पानी, संपर्क से नहीं फैलता है।
इसलिए जागरूकता ही एचआईवी एड्स का इलाज है।
एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1097 टोल फ्री नंबर है जोकि उनको इस बारे में संबंधित प्रश्नों के जवाब देने का कार्य करता है।
और तो और इसमें संबंधित व्यक्ति की जानकारी भी गुप्त रखी जाती है।
एचआईवी पर इतना बवाल क्यों
दरअसल एचआईवी एड्स एक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दा था जिसे आज सामाजिक मुद्दा बना दिया है और कुछ रूढ़िवादी मानसिकताओं के कारण एचआईवी पीड़ित व्यक्तियों का समाज में जीवन निर्वहन करना मुश्किल हो गया है।
कुछ लोग समाज में अपनी आभासी प्रसिद्धि को बनाए रखने के लिए एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों का इलाज न करवाने में ही अपना सौभाग्य समझते हैं जो कि मानवता पर खतरे की घंटी बजा रहा है।
इसके अलावा समाज के तथाकथित समझदार लोग इस मुद्दे पर बात तक करने से कतराते हैं उन्हें लगता है कि यदि ऐसे मुद्दों पर चर्चा होने लग गई जो परिवार का माहौल बिगड़ जाएगा दरअसल आप ही सोचे किसी की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है या आभासी सम्मान
एचआईवी एड्स एक कलंक है जिसको समाज पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित करता जा रहा है तथा उसे हटाने का कोई नाम ही नहीं
हो सकता है कुछ नया सोचने की, नया करने की जरूरत है जागो भारत जागो,जागो युवा जागो
Join Red ribbon class to help HIV positive persons (my experiences after attending a national level meeting of national AIDS control organisationin in Delhi on20 अगस्त 2019)
जय हिंद जय भारत जय भारतीय वीर जय भारतीय सेना